जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बैनर तले आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर एक जन संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें जनता की समस्याएं सुनी गईं। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेडीयू महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष सुशील वर्मा ने की, जबकि मंच संचालन जेडीयू कार्यकत्री सुम्मी देवी ने किया। इस आयोजन में जेडीयू के कई पदाधिकारी और स्थानीय नेता भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के बाद, गांव का भ्रमण कर विकास की स्थिति का जायजा लिया गया। पूरे मजरे में विकास की कोई झलक नजर नहीं आई। गांव के लोगों की स्थिति दयनीय है, उनके पास रहने के लिए पक्के मकान नहीं हैं और कई परिवार झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं। बारिश के पानी की निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे करीब 50 घर बारिश के कारण ढह चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचता।
गांव में न तो कोई नाली है, न ही पानी की निकासी की कोई व्यवस्था। देवस्थान के पास पानी भरा हुआ है और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यहां के लोगों को ना तो शौचालय का लाभ मिला है, ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना का। वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन जैसी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। किसानों को किसान सम्मान निधि भी नहीं मिल रही है। ग्रामीणों ने बताया कि नेताजी चुनाव के समय आते हैं, बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद कोई नेता यहां की सुध लेने नहीं आता।
गांव की जनता अपने जनप्रतिनिधियों से पूरी तरह अनजान है। लोग अपने विधायक, सांसद, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष, बीडीसी और डीडीसी को भी नहीं पहचानते। ग्रामीणों का कहना है कि वे लगातार बांदा के जिलाधिकारी (डीएम) के कार्यालय में आवेदन दे रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारी सत्ता की गोद में आराम फरमा रहे हैं और जिले में तानाशाही का माहौल है। जनता अपनी समस्याओं से जूझ रही है, लेकिन अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता।
यहां की वास्तविक स्थिति यह है कि जिले में केवल कागजों पर विकास हो रहा है। अखबारों में, कंप्यूटर पर, और मीडिया में विकास की तस्वीरें दिखाई जाती हैं, लेकिन जमीन पर विकास शून्य है। गांधी जी की जयंती पर स्वच्छ भारत मिशन की बात की जाती है, लेकिन सच्चाई यह है कि देश में स्वच्छता तभी आ सकती है जब भ्रष्टाचार करने वाले नेता और अधिकारी सुधरें। जब तक ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी, उन्हें जेल में नहीं डाला जाएगा, उनकी संपत्तियों की जांच नहीं होगी, तब तक देश में स्वच्छता और विकास केवल एक सपना ही बना रहेगा।
इस कार्यक्रम में उपस्थित जेडीयू नेताओं ने जनता को भरोसा दिलाया कि वे जल्द ही अधिकारियों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कराएंगे और गांव के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। जनता को आश्वासन दिया गया कि वे उनके हक और अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे।