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    Home » भारत मां के अमर सपूत, उच्च कोटि के प्रखर एवं निडर देश भक्त, राष्ट्र भक्ति के पर्याय महान बलिदानी चंद्रशेखर आज़ाद के 93वें बलिदान दिवस 27 फरवरी के अवसर पर  कृतज्ञ राष्ट्र ने याद किया।
    उत्तरप्रदेश

    भारत मां के अमर सपूत, उच्च कोटि के प्रखर एवं निडर देश भक्त, राष्ट्र भक्ति के पर्याय महान बलिदानी चंद्रशेखर आज़ाद के 93वें बलिदान दिवस 27 फरवरी के अवसर पर  कृतज्ञ राष्ट्र ने याद किया।

    Abhishek SinghBy Abhishek SinghFebruary 27, 2024Updated:February 27, 2024No Comments2 Mins Read
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    भारत मां के अमर सपूत, उच्च कोटि के प्रखर एवं निडर देश भक्त, राष्ट्र भक्ति के पर्याय महान बलिदानी चंद्रशेखर आज़ाद के 93वें बलिदान दिवस 27 फरवरी के अवसर पर  कृतज्ञ राष्ट्र ने याद किया।

    भारत मां के अमर सपूत, उच्च कोटि के प्रखर एवं निडर देश भक्त, राष्ट्र भक्ति के पर्याय महान बलिदानी चंद्रशेखर आज़ाद के 93वें बलिदान दिवस 27 फरवरी के अवसर पर  कृतज्ञ राष्ट्र ने याद किया।

गोरखपुर।अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा एवं गुरुकृपा संस्थान की ओर से संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  शहर के आजाद चौक स्थित मूर्ति की साफ सफाई कर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन कर उदघोष के बीच श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। गुरुकृपा संस्थान कार्यालय पर "आजादी आंदोलन और चंद्रशेखर आजाद" विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला। अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के संस्थापक बृजेश राम त्रिपाठी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए  कहा कि मां भारती को ब्रितानी हुकूमत के चंगुल से मुक्ति दिलाने के लिए  वैचारिक अधिष्ठान को लेकर चंद्रशेखर आज़ाद के नेतृत्व में क्रांतिकारी लड़े, बलिदान हुए, जेल गए, यातनाएं सही,  आज वह सपना अधूरा है। भारत का एक और विभाजन का खतरा मंडरा रहा है। फांसी पर चढ़ जाने वाले मां भारती के लालों के अखंड भारत की लड़ाई अधूरी है। आज़ाद के सपनो का भारत बनाने तथा उसे पूरा होने तक देश की तरूणाई को चैन से नहीं  बैठना चाहिए।विशिष्ट अतिथि उमेश राय ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद आजीवन आजाद थे, आजाद हैं  और आजाद रहेंगे। वह चिरकाल तक युवाओं के प्रेरणा श्रोत हैं। किशोरावस्था में उनकी देशभक्ति का जज्बा हरेक राष्ट्रभक्तो के लिए अनुकरणीय है।
अध्यक्षता करते हुए प्रमोद कुमार शुक्ला ने कहा कि एच.आर.ए. के गठन से लेकर अलफ्रेड पार्क तक की लड़ाई उन्होंने मात्र 25 वर्षों में ही लड़ी। अपने जीवन के अंतिम 10वर्षों में देश की आजादी की नई इबारत लिखा जो भावी पीढ़ी को पढ़ाया जाना चाहिए।
गोष्टी का संचालन डा संतोष दूबे ने किया। जबकि आभार ज्ञापन महेश दूबे ने किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से दीपक जायसवाल, राधा कृष्ण त्रिपाठी,  रणवीर सिंह, एडवोकेट अनिरुद्ध पांडेय, सुनील शुक्ला, अभय त्रिपाठी, जुगुनू शुक्ला, महेश चंद्र दूबे, मयंक उपाध्याय, अजय मिश्रा, अभिषेक जायसवाल, प्रदीप त्रिपाठी, अश्वनी पांडेय, अभिषेक त्रिपाठी, गणेश पांडेय सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
    भारत मां के अमर सपूत, उच्च कोटि के प्रखर एवं निडर देश भक्त, राष्ट्र भक्ति के पर्याय महान बलिदानी चंद्रशेखर आज़ाद के 93वें बलिदान दिवस 27 फरवरी के अवसर पर कृतज्ञ राष्ट्र ने याद किया।
    गोरखपुर।अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा एवं गुरुकृपा संस्थान की ओर से संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  शहर के आजाद चौक स्थित मूर्ति की साफ सफाई कर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन कर उदघोष के बीच श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। गुरुकृपा संस्थान कार्यालय पर “आजादी आंदोलन और चंद्रशेखर आजाद” विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला। अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के संस्थापक बृजेश राम त्रिपाठी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए  कहा कि मां भारती को ब्रितानी हुकूमत के चंगुल से मुक्ति दिलाने के लिए  वैचारिक अधिष्ठान को लेकर चंद्रशेखर आज़ाद के नेतृत्व में क्रांतिकारी लड़े, बलिदान हुए, जेल गए, यातनाएं सही,  आज वह सपना अधूरा है। भारत का एक और विभाजन का खतरा मंडरा रहा है। फांसी पर चढ़ जाने वाले मां भारती के लालों के अखंड भारत की लड़ाई अधूरी है। आज़ाद के सपनो का भारत बनाने तथा उसे पूरा होने तक देश की तरूणाई को चैन से नहीं  बैठना चाहिए।विशिष्ट अतिथि उमेश राय ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद आजीवन आजाद थे, आजाद हैं  और आजाद रहेंगे। वह चिरकाल तक युवाओं के प्रेरणा श्रोत हैं। किशोरावस्था में उनकी देशभक्ति का जज्बा हरेक राष्ट्रभक्तो के लिए अनुकरणीय है।
    अध्यक्षता करते हुए प्रमोद कुमार शुक्ला ने कहा कि एच.आर.ए. के गठन से लेकर अलफ्रेड पार्क तक की लड़ाई उन्होंने मात्र 25 वर्षों में ही लड़ी। अपने जीवन के अंतिम 10वर्षों में देश की आजादी की नई इबारत लिखा जो भावी पीढ़ी को पढ़ाया जाना चाहिएगोष्टी का संचालन डा संतोष दूबे ने किया। जबकि आभार ज्ञापन महेश दूबे ने किया।स अवसर पर प्रमुख रूप से दीपक जायसवाल, राधा कृष्ण त्रिपाठी,  रणवीर सिंह, एडवोकेट अनिरुद्ध पांडेय, सुनील शुक्ला, अभय त्रिपाठी, जुगुनू शुक्ला, महेश चंद्र दूबे, मयंक उपाध्याय, अजय मिश्रा, अभिषेक जायसवाल, प्रदीप त्रिपाठी, अश्वनी पांडेय, अभिषेक त्रिपाठी, गणेश पांडेय सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
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