गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई। आज सुबह लगभग 3:50 बजे नाथ पंथ की परंपरा के अनुसार गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में उन्होंने ब्रह्म मुहूर्त में गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी का भोग अर्पित किया और जनमानस की समृद्धि की कामना की। इसके बाद नेपाल राजपरिवार की ओर से भेजी गई खिचड़ी चढ़ाई गई।
इसके बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं ने खिचड़ी चढ़ानी शुरू कर दी। सोमवार शाम से ही श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने के लिए मंदिर में पहुंचने लगे थे।

गोरखनाथ मंदिर में मंगलवार सुबह आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ था। सूर्यदेव के उत्तरायण होने पर खिचड़ी चढ़ाने की यह अनोखी परंपरा जन-जन की श्रद्धा को समर्पित है। खिचड़ी चढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया और श्रद्धालुओं को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं।
नेपाल राजपरिवार की खिचड़ी चढ़ाने की वर्षों पुरानी परंपरा
नेपाल राजपरिवार की ओर से गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा कई वर्षों पुरानी है। पहले राजपरिवार के सदस्य स्वयं आकर खिचड़ी चढ़ाते थे, लेकिन अब खिचड़ी भेज दी जाती है। सोमवार को नेपाल राजपरिवार की खिचड़ी मंदिर पहुंच गई थी। परंपरा के अनुसार पहले गोरक्षपीठाधीश्वर की ओर से खिचड़ी चढ़ाई जाती है और उसके बाद नेपाल राजपरिवार की खिचड़ी चढ़ाई जाती है।
मन्नतें पूरी होने का विश्वास
लोक मान्यता है कि गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने और मन्नत मांगने वाले भक्त कभी निराश नहीं होते। उत्तर प्रदेश, बिहार, नेपाल और देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे हैं।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिर और मेले के क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। रविवार शाम से ही सुरक्षा अधिकारी मुस्तैद रहे। सीएम योगी ने स्वयं व्यवस्था की निगरानी की। श्रद्धालुओं के लिए रैन बसेरे और पार्किंग की पूरी व्यवस्था की गई। साथ ही मंदिर और मेले के परिसर को सजाया गया, जिससे श्रद्धालुओं के अनुभव को सुखद बनाया जा सके।