अयोध्या-: लंबे इंतजार और गहन मंथन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें प्राथमिकता देते हुए अन्य दावेदारों को पीछे छोड़ दिया। केंद्रीय चुनाव समिति ने चंद्रभानु पासवान के नाम पर अंतिम मुहर लगाई, जबकि प्रदेश इकाई द्वारा भेजे गए अन्य नाम स्थानीय समीकरणों और पार्टी की कसौटी पर खरे नहीं उतरे।
39 वर्षीय चंद्रभानु पासवान एमए और एलएलबी की डिग्री धारक हैं। वे छह भाइयों में सबसे बड़े हैं और उनकी एक बहन भी है। उनके पिता बाबा राम लखन दास तीन बार रुदौली के परसोली गांव के प्रधान रह चुके हैं। परिवार की पृष्ठभूमि राजनीतिक और व्यावसायिक दोनों है। उनके पांच भाई गुजरात के सूरत में कपड़ा, पेपर और ट्रांसपोर्ट के व्यवसाय से जुड़े हैं। उनकी पत्नी कंचन पासवान दो बार जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हो चुकी हैं।
चंद्रभानु पासवान लंबे समय से मिल्कीपुर क्षेत्र में सक्रिय हैं और सघन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। सूत्रों का मानना है कि गुजरात लॉबी के प्रभाव के चलते उन्हें टिकट मिला। भाजपा ने समाजवादी पार्टी के कथित पीडीए फॉर्मूले को चुनौती देने के लिए पासी समाज में मजबूत पकड़ रखने वाले चंद्रभानु पासवान पर भरोसा जताया है।
टिकट की घोषणा के बाद उनके पिता बाबा राम लखन दास ने सिद्धनाथन मंदिर में माथा टेककर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार शुरू से ही समाज सेवा के कार्य में सक्रिय रहा है और उन्हें क्षेत्र की जनता पर पूरा भरोसा है। अब मिल्कीपुर में पासी बनाम पासी का मुकाबला देखने को मिलेगा।