गोरखपुर में साल 2025 शादियों के लिए बेहद खास रहने वाला है। इस साल कुल 65 शुभ विवाह मुहूर्त तय किए गए हैं। शुभ कार्यों की शुरुआत 16 जनवरी से होगी, जब शहनाईयों की मधुर ध्वनि हर गली और मोहल्ले में गूंजेगी। हालांकि, होलाष्टक और खरमास के कारण 7 मार्च से 13 अप्रैल तक विवाह समारोहों पर अस्थायी विराम लग जाएगा।
शादी के लिए शुभ मुहूर्त
जनवरी: 16 से 27 तारीख तक 9 शुभ मुहूर्त।
फरवरी: 3 से 26 तारीख तक 13 शुभ मुहूर्त।
मार्च: 1 से 6 तारीख तक 4 शुभ मुहूर्त।
अप्रैल: केवल 10 अप्रैल को।
मई: 12 शुभ मुहूर्त।
जून: 12 जून तक 7 शुभ मुहूर्त।
12 जून के बाद गुरु अस्त हो जाएगा और चातुर्मास की शुरुआत होगी, जिसके चलते चार महीने तक कोई विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा।
पूर्णिमा और अमावस्या की तिथियां इस साल प्रमुख धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए पूर्णिमा और अमावस्या की तिथियां इस प्रकार हैं:
पूर्णिमा: 13 जनवरी, 12 फरवरी, 13 मार्च, 12 अप्रैल, 12 मई, 10 जून।अमावस्या: 29 जनवरी, 27 फरवरी, 29 मार्च, 27 अप्रैल, 26 मई, 25 जून।
मकर संक्रांति पर शुभ समय 14 जनवरी को मकर संक्रांति के साथ मलमास का समापन होगा। इस दिन पुण्यकाल सुबह 9:03 से शाम 5:46 तक रहेगा, जबकि महापुण्यकाल सुबह 9:03 से 10:48 तक रहेगा। इस समय स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व रहेगा।
मलमास समाप्त होने के बाद विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन और उपनयन जैसे शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। हालांकि, 14 मार्च से मीन मलमास शुरू होने के कारण 14 अप्रैल तक इन कार्यों पर रोक लग जाएगी।
2025 में खास विवाह योग साल 2025 में 51 शुभ विवाह योग बनेंगे, जिनमें 10 रेखीय सावे और 8 अबूझ सावे शामिल हैं। ये योग विशेष रूप से शुभ और मांगलिक माने जाते हैं।
इस साल गोरखपुर में शादियों का मौसम परंपराओं और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। हर गली और मोहल्ले में शहनाई की गूंज सुनाई देगी, जिससे माहौल में उत्साह और उमंग का संचार होगा।
गोरखपुर में साल 2025 शादियों के लिए बेहद खास रहने वाला है। इस साल कुल 65 शुभ विवाह मुहूर्त तय किए गए हैं। शुभ कार्यों की शुरुआत 16 जनवरी से होगी, जब शहनाईयों की मधुर ध्वनि हर गली और मोहल्ले में गूंजेगी। हालांकि, होलाष्टक और खरमास के कारण 7 मार्च से 13 अप्रैल तक विवाह समारोहों पर अस्थायी विराम लग जाएगा।
शादी के लिए शुभ मुहूर्त
जनवरी: 16 से 27 तारीख तक 9 शुभ मुहूर्त।
फरवरी: 3 से 26 तारीख तक 13 शुभ मुहूर्त।
मार्च: 1 से 6 तारीख तक 4 शुभ मुहूर्त।
अप्रैल: केवल 10 अप्रैल को।
मई: 12 शुभ मुहूर्त।
जून: 12 जून तक 7 शुभ मुहूर्त।
12 जून के बाद गुरु अस्त हो जाएगा और चातुर्मास की शुरुआत होगी, जिसके चलते चार महीने तक कोई विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा।
पूर्णिमा और अमावस्या की तिथियां
इस साल प्रमुख धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए पूर्णिमा और अमावस्या की तिथियां इस प्रकार हैं:
पूर्णिमा: 13 जनवरी, 12 फरवरी, 13 मार्च, 12 अप्रैल, 12 मई, 10 जून।
अमावस्या: 29 जनवरी, 27 फरवरी, 29 मार्च, 27 अप्रैल, 26 मई, 25 जून।
मकर संक्रांति पर शुभ समय
14 जनवरी को मकर संक्रांति के साथ मलमास का समापन होगा। इस दिन पुण्यकाल सुबह 9:03 से शाम 5:46 तक रहेगा, जबकि महापुण्यकाल सुबह 9:03 से 10:48 तक रहेगा। इस समय स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व रहेगा।
मलमास समाप्त होने के बाद विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन और उपनयन जैसे शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। हालांकि, 14 मार्च से मीन मलमास शुरू होने के कारण 14 अप्रैल तक इन कार्यों पर रोक लग जाएगी।
2025 में खास विवाह योग
साल 2025 में 51 शुभ विवाह योग बनेंगे, जिनमें 10 रेखीय सावे और 8 अबूझ सावे शामिल हैं। ये योग विशेष रूप से शुभ और मांगलिक माने जाते हैं।
इस साल गोरखपुर में शादियों का मौसम परंपराओं और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। हर गली और मोहल्ले में शहनाई की गूंज सुनाई देगी, जिससे माहौल में उत्साह और उमंग का संचार होगा।